
भारत के सुनहरे भविष्य का संकेत : निहाल -प्रग्गानंधा
03/09/2020 -भारतीय शतरंज की अगली पीढ़ी अब परिपक्व होने की ओर बढ़ रही है और अभी सम्पन्न हुए फीडे ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड नें इस दिशा मे बड़ा योगदान दिया है । फीडे द्वारा जूनियर खिलाड़ियों को टीम मे शामिल किए जाने का निर्णय भारत के लिए जैसे वरदान साबित हुआ और दुनिया भर मे अपने युवा खिलाड़ियों के लिए प्रसिद्ध भारत अचानक से इस ओलंपियाड की सबसे महबूत दावेदार टीम मे शुरुआत से ही शामिल हो गया था । भारत के बालक वर्ग से खेलने वाले निहाल सरीन और प्रग्गानंधा के चर्चे तो वैसे उनके इंटरनेशनल मास्टर बनते ही होने लगे थे पर पिछले दो साल मे ना सिर्फ वह ग्रांड मास्टर बने बल्कि जिस तेजी से 2600 के पार पहुँचें वह अपने आप मे परिपक्वता की निशानी थी । पर इस फीडे ओलंपियाड मे विश्वनाथन आनंद जैसे बड़े नामों के बीच भी इन दोनों नें अपनी बहुत चमक बिखेरी है ! आइये देखे इनका प्रदर्शन और पढे यह लेख